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Sunday, January 3, 2010

DIL











दिल में धड़कन बनकर तुम जीने की मज़ा दे रही हो !

दर्द में पैमाना बनकर तुम पीने का मज़ा दे रही हो !

अँधेरे में शम्मा बनकर तुम उजाले का मज़ा दे रही हो ,

प्यार में इस दीवाने को तुम मोहब्बत का मजा तुम दे रही हो...

Written by:Sudhir

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