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Tuesday, June 2, 2015

Telangana Avatarana




స్వచ్చమైన మనుషులకు స్వాతంత్రం ఒచ్చింది ,
స్వర్ణ యుగపు అంచులకు ప్రయాణం మొదలైంది ....
సాగర మధనం తర్వాతా లభించిన అమృతం లా ,
సాధనోధ్యమం తర్వాత గెలిచిన  స్వర్గ ప్రపంచమా`,
తేనే కన్నా తియ్యనైన తెలంగాణమ ,
అమ్మ జోల పాట కన్నా ఆత్మీయమైన తెలుగు గానమా ....

ఇన్నాళ్ళ వివక్ష ఇకనైనా పోవాలి ,
ఇక్కట్ల వేదన, ఇల్లాలి రోధన ఇంటింట దూరం కావాలి .
పురోగతి పునాదుల ఫై భవిష్యతు భవనాలు
ఆ ఫై ఆనందపు అంచులు తాకే అంతస్తులు కట్టాలి ,                                                                                           అలుపెరుగక శ్రమిస్తూ మన తరాలకు భవితవ్యం ఇవ్వాలి .


పాలకుల్లో ప్రక్షాళన ,
పాలనల్లో పరివర్తన ...
ప్రజల్లో పటుత్వం ,
పరస్పర సహకారం తో ,
అవతరణ నుండి అభివృద్ధి వైపు పయనం సాగాలి .
 దేశానికే ఆదర్శం కావాలి .....
అపుడే ఆత్మ బలిదానాలకు ,
అమరవీరుల ప్రాణాలకు
మనమందరం ఇచ్చే అసలు అశ్రు నివాళి అందుకు అనుక్షణం అంకితం అవ్వాలి .

జై తెలంగాణ జై జై తెలంగాణ ....

                                                                                                                                     సుధీర్

Tuesday, September 30, 2014

సంఘర్షణ


                                                                సంఘర్షణ


జీవితం వెలుగయి ప్రసరిస్తుంటే
చావు నీడై అనుసరిస్తుంది
కాని అదే నీడ ఎదురొచ్చి చీకటిలా చిక్క పడ్తుంటే
ప్రతి క్షణం నా జీవితపు ప్రయాణం ప్రమాదంలా తలపిస్తుంది ,

నా ప్రమేయం లేకుండానే నా ప్రస్థానం ముగుస్తుందన్న కఠిన నిజం కవ్విస్తుంది .

ఆప్తులందరూ అపరిచితుల్లా , వాళ్ళ అభిమానం ఆవేదన  లా  అనిపిస్తుంటే ,
అనుక్షణం ఒంటరితనం ఓదారుస్తుంది ,
కాని ఒకవైపు శరీరం నీరసిస్తుంది
మరో వైపు మరణం నిరీక్షిస్తుంది
అన్ని వైపుల నుండి అంతం అనివార్యమై ఆవహిస్తుంది ,
అయిన జీవితం పై ఆరాటం, మరణం పై పోరాటం కొనసాగుతుంది
చూడాలి ఇంకెన్నాళ్ళో   ?


Tuesday, February 14, 2012

प्रेम दिवस की शुभकामनायें

चाहत का दिन आगया जिस का हर दिल इंतज़ार कर रहा है ,
सारे जग में आज प्यार से खिला बहार है...
दिन में तो उजाला है पर आज हर चेहरे की मुस्कुराहट से
रात भी अँधेरे से अनजान बन कर रह  जायेगी .

कोई किसी पे उम्मीद लगाया हुआ है , तो कोई हमसफ़र के साथ
उमंग में डूबा है..
मिलते दिलो और मचल्ते  प्रेमियों से सारा जहा सज रहा है..

मोहब्बत एक इबादत है, जिस की फितरत में
बस चाहत ही चाहत है,,,
दिलो का मेला लगा है जिस में आज सारा जग झूला झूल रहा है.
बहती हवाएं भी प्यार के तराने गुनगुना रहे है...
और गगन भी ख़ुशी से बदलो के साथ ज़ूम रहा है..

सूरज को सिन्दूर बनालो ,
तारो को मांग में सजादो ,
चाँद सी महबूब को अपनी दुनिया बनालो ,
उसके आँखों में बसे सागर से गहरे प्यार में
अपनी कश्ती बनाके खुशियों के लहरों तले ज़िन्दगी का सफ़र करते रहो... 

  Written by:-Sudhir

 

Monday, February 14, 2011

Lonely in Love

Its bright,beautyful Valentines Day,
Deep night still prevailing in my bay .
Love has been all the way,
I dont know why I couldn't say.
It's still shining like a ray
in the darkness that I still stay.........

Was it an illusion that held me?
I am in confusion has it left me....
why heart is still heavy?
when no one exist in  my savvy..
is it possible to wipe out love?
when you come to know you cant have...

Day & night she comes in my sight,
me & my heart always fight
to get rid of her & get things right...

Heart is burning as I am learning
to make a move from the groove of my heart
to thrash Love far apart....

I am left alone with my heart
need to make it firm & hard
to prove that I am not incomplete without Love
but Love is incomplete without Me..............

Written By : Sudhir

Wednesday, January 26, 2011

Republic Day


Republic: state in which supreme power is held by people or their elected representives .... power of India is in its unity and its not displayed by political leaders but that power is still held by people who believes Humanity as their religion.
The above pic was the best moment of 2010 ... it was fortunate that  ramzaan and Ganesh chathrthi festivals made their presence on the same day... and I was delighted to see the pics in which mansoor leaving his festival preparation was carriying a ganesh Idol to present to his friend  and another muslim lady accompanied  her hindu friend to buy ganesh Idol .... this was published in eenaadu paper and It was so inspiring that I cut those pics and preserved with me... I appreciate news papers for promoting such spirits through their media... and I felt I should post them on my blog so I choosed  republic day  to dedicate them.

I salute them and I believe India is still respected because of such a spirit of humanity displayed by true Indians like mansoor .
Happy Republic Day to all INDIANS 

Friday, December 31, 2010

Aakhri safar (last poem)

यह सूनी काली रात ,
खाली मेरे हाथ !
भीनी पल्खों का साज ,
ज़िन्दगी एक सजा बनगई ,
प्यार उसकी वज़ह बन गयी!

खामोश है मेरी साँसे
आवाज़ बनी तेरी आहट ,
पर दिल में अटकी बात
बन गयी है  मेरी रुकावट !

तेरी राह में थकी मेरी निगाहें
सपने बनी पल्खों की सजावट .
पर ख्वाब ना बन सके हकीकत
फिर भी तू ना हुई मेरे दिल से रुक्सत !

तुम ने मुझे हाथ ना दिया,
किस्मत मेरा साथ ना दिया !
मेरी ज़िन्दगी तोह  टूट रहा है ,
पर यादों का बैसाखी सहारा दे रहा है!
क्या करें पहले प्यार करना नहीं जानता था पर अब भुलाना नहीं जानता !
अब तक ज़िन्दगी जी रहा था अब से बस बिताना है...

Written By : Sudhir

Sunday, November 28, 2010

Alvida

बिन बुलाये ज़िन्दगी में बहार बनके आगये ,
और बिन बताये ज़िन्दगी से जान बनके  चल  दिए ,
अनचाहे अरमानो को आप के
अदाओं के एहसास उक्सागये !
अधूरे  सपनो को तोड़ के ....
अँधेरे में आप हमें जगा गए !

दिल की वीरानियो को घेरी है
अधूरी कहानियां ,
जो पूरी ना हुई आप के बिना .बहार बनी थी ज़िन्दगी पर ,
प्यार के ख्व्वाब सब पतझड़ बन के टूट गए
दिल ऐसा देहेख ने लगा की ,
पूरा जग का धुप भी कम लगने लगा !

मेरी ज़िन्दगी के आसमान में चाँद बनके छा गए !
पर किस्मत बने बादल के आड़ में आप  कही गुम हो गए !
आप के यादों से बरसे आसूं के बारिश में भी आप के
चाहत का सतरंगी इन्द्र धनुष सजता है !
हकीकत में आप और आप की हसी हासिल ना हुई ,
मेरे सपनो का साहिल बनके भी आप कही उजड़ गयी !
जानते है जो खो दिए वो ना पा सकेंगे ,
पर डरते है क्या हम कभी फिर प्यार कर सकेंगे !

Written By: Sudhir

Wednesday, October 20, 2010

बरसात

बरसात की रात है ,
अकेलापन का साथ है...
बूंदे मुझ को बहका रही है
चाहत तेरी जगा रही है  लेकिन तू है की सता रही है !

जी चाहता है कोई जुर्रत में करलू ,
गुलाबी चेहरे से गुस्थाकी करलू ,
तेरे इशारे  को में इजाजत समझू
श्याम ढल गयी है अब तो शरारत करलू .

तेरे पीठ पीछे कोई साजिश में करू  ,
कभी आके अचानक बाहों में जकड लू
इतना जोर दूं की हमारे  बीच हवा ना घुस पाये
और तुम्हे सांस लेना मुश्किल हो जाए  ,
पर मेरे असर से धड़कने तेज हो जाए !

पैरो  में तेरे पायल में बन जाऊं
और चनकने के बदले कदमो को चूमता रह जाऊं
ऐसे काटलूं  की चलना मुश्किल हो जाए ,
पर मेरे ज़हर से  तेरे  चाल को पंख  लग जाए !

अगर प्यार है तो अपने गले का गहना बनालो
और मुझे हर वक़्त अपने सीने से लगालो .
ताकि तेरे आहट तले मेरे साँसे चले
और तेरे धडकनों तले मेरी ज़िन्दगी चले....
अपने बीच प्यार य़ू ही पलता रहे
जब तक सूरज सागर के गोद में ढलता रहे....

Written by: Sudhir

Wednesday, September 1, 2010

Dream Girl

శిల లాంటి నా ఊహలకు శిల్ప రూపమా ,
కల లాంటి ప్రేమకు కావ్య రూపమా ,
హాలాహలపు వాన లో కూడా విరిసే హరివిల్లువా
హర్షించే నా హృదయాన్ని స్పర్శించే  మధువాణివా ?

నీ చిరునవ్వు తో మురిపాలు చిలికితే
ముత్యాల మీగడ నాదవ్వదా  ?
నీ ఆధారాల అందాలను అల్లుకొని మధుర రస 
సాగర మధనం చేస్తే అమృతం సైతం తుచ్చం కాదా?

నీ  కళ్ళ వాకిళ్ళ లో ,
చక్కిళ్ళ తాకిడి తో,
పరువపు వాన లో తడిస్తే ,
పరవశపు అంచులు దరి చేరవా?

అందాల అంబరాన అరుంధతి  తారవా ?
లేక ఆనందపు ఆలయానికి ఆరని దీపానివా ?
తిష్టగా ఎదురు చూస్తున్న నా ఆశల తీరాన్ని
ఆప్యాయపు ఆలవై అలుముకోవా ,
అనురాగపు లతవై ఆత్మీయంగా అల్లుకోవా ....

Written by: Sudhir

Sunday, August 15, 2010

भूख भरी स्वतंत्रता दिवस

भगवान् तू ने ये   बेरेहेम भूख क्यों दी?
सुखा पेट, सूखी   रोटी के लिए ज़िन्दगी  कितना मजबूर कर रहा है,
और रूखी साँसों से सूखा गला बूँद पानी केलिए तरस रहा है ,
पर आज आज़ादी के आस और आरजूओं को सीच कर भारत माँ को
विनती  का हार पहना रहे है !

स्वतंत्रता तो बस नाम का है पर जहा भी देखूं  देश भर में बेबसी के दायरे है...

कही  कोई बच्छा  खेलते हुए आके खाली थाली में भरे पानी पर ,
छत   के छेद से गिरे चाँद का प्रतिबिम्भ को निवाला समझ कर मुट्टी भरने का प्रयास करता है
पर चाँद को पानी में बिखरता देख तड़पता  रह जाता है ..! और माँ अपने दिल को पत्थर बनाके ,
बच्चे की तसल्ली केलिए पत्थर  को उबालती है और सीजने की इंतज़ार में उसे भूखा  सुलाती है....

और कोई कोने में भूख की मजबूरी से कोई महिला मजदूरी के लिए
अपने बच्चे  को धुप में सुलाके  काम करती है , बचे की भूख मिटाने के लिए जब वो अपने सीने से लगाती है तो
खाली पेट की वजह से छाती से  दूध के बदले आँखों से आंसूं निकलते है....

यहाँ आजादी से जादा आबादी है,
आमदानी से जादा मेहेंगाई है ,
फिर भी तरक्की की आशा कम भूख जादा है!

जीहाद के आड़ में आतंक की भूख ,
चाहत की आड़ में हवस की भूख,
हालातों के आड़ में रिश्वत की भूख
जितना भी धन हो फिर भी अमीरी के आड़ में लालज की भूख !

इस तरह कोई   भूख की वजह से मर रहा है ,
तो  कोई भूख की वजह से मार रहा है,
कोई भूख की वजह से अपनी ज़मीन बेच रहा है,
तो कोई भूख की वजह से अपनी ज़मीर बेच रहा है...

1947 में आजादी  के नेता लोगो को स्वतंत्रता  दिए थे ,
आज के नेता तो ब्रष्ठाचार को स्वतंत्रता दे रहे है..
भूखी ज़िन्दगी से लोग इतना सुलग रहे है..,
पर पकाने के लिए दो दाने नहीं है..
काश पेट के भूख के बदले नेक विचारों ,
और उच्च खयालो के लिए दिमाग का भूख लोगों में
होता तो शायद दुनिया में भूख  ही ना होता !
लाचार ज़िन्दगीयो पे आज तिरंगा लहरा रहा है ,
और भूख के चुंगुल में फसे लोगों  के चीखो के बीच आज स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है
मुझे उस दिन का इंतज़ार है जब  लोग तिरंगे लहराने वाले नेताओं का कमीज़ पकड़ के
अपना स्वतंत्रता हासिल कर के खुद  अमन का झंडा लहराए !
यह तभी मुमकिन है जब ,
लोग अपनी खुदगर्जी से आज़ादी पाये
और देश और दूसरों  के भलाई सोचे और एक दुसरे का  सहारा बनके जीने लगे...
और इस उम्मीद में आप सभ को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शुभकामनाये देता हूँ
आप का सुधीर ...
Wish you all A Happy Independence Day
Written By :Sudhir

Sunday, August 1, 2010

My friendship day wishes

दोस्ती ज़िन्दगी का सुरीला राग है ,
जो हर पल में खुशियों का बाग़ सजाती है ,
और हर कदम पे  कांटो को भी कलियों में
बदल के ,खुशियाँ बिछाती है,
 ज़रुरत पड़े तो ज़िन्दगी कुर्बान कर देती है !


दोस्ती हर दिल का वो दुआ है ,
जो हर दर्द से  दवा बनके राहत देती है ,
और ज़िन्दगी भर की चाहत देती है!
जो मायूसी चेहरे पे नज़र आये तो ,
बाहों में लेके  भरोसा नजराने में देती है !


हर ज़िन्दगी के अरमानो से भरे लहरों का साहिल है दोस्ती ,
और अजनबियों को अपनापन का एहसास देनेंवाले
आशियानों का मंजिल है दोस्ती !


दोस्ती के सागर की गहराई में आप की तरह ,
अनमोल मोतियों जैसे अजीज दोस्त मिलते है !
मेरे दिल के गहराईयों में देखो तो ,
बस आप के यादों  के  खजाने  मिलते है !
आज का दिन भले हम साथ ना हो  पर मेरी दुवायें   हमेशा आप के साथ है !
Wish you all a happy Frienship day .
Written by :Sudhir

Tuesday, July 27, 2010

My Prince

तूने मेरे लाडले के बगौर मुझ में अँधेरा और सन्नाटा  भर दिया, इस से अच्छा  होता तू मुझे अँधा और बेहरा बना देता कम से कम उसे छू के ज़िन्दगी को महसूस कर लेता...  

Naani

मैंने अपने मोहब्बत को भुलाने का बहाना माँगा तू ने वजह दिया तो क्या दिया की ज़िन्दगी ही भूल गया !

అన్వేష్ (sonu)

                నీవు లేక నేను ఒంటరితనపు నావ లో ఒడ్డు లేని ప్రయాణం చేస్తూ ఓటమికి ఒరవడి గా మిగిలి పోయా ....  

Thursday, July 1, 2010

जनम दिन

तेरे बिना तन्हाईयाँ ,
गले लगी है रुसवाईयाँ!
बेखुदी की इम्तेहान ,
बेरुखी  छाई हर जगह !

ज़िन्दगी जाने कहा खो गयी तेरे बिना ,
हर घडी हर दिशा ढूँढता हूँ तेरा निशाँ !
आशिकी  कहती है तू है जाने जहा ,
तिश्नगी कहती है तू कहा में कहा!

बदनसीबी  के बुलंदी पर इंतज़ार के ईट बिछाये जा रहा हूँ
इश्क का इमारत बनाने के ख्वाभ से
लेकिन तेरे ज़िन्दगी में मुझे जगह नसीब नहीं हुई...

सागर किनारा करता है इशारा ... चाँद का चमक चाहे जितना भी झलके,
और प्रतिबिम्भ दिखे सागर पे फिर भी लहर छु नहीं सकते अम्बर को...
मेरा दिल भी कुछ ऐसा ही कहता है ..
मेरा सांस और आस तुझ से जुडी है फिर भी तू मुझ से जुदा है ,
दिल चाहे जितना भी धडके तेरी यादों के सहारे
फिर भी तू मेरी ज़िन्दगी नहीं बन सकी ..

ए खुदा आज का दिन तुने मुझे ज़िन्दगी दी है ,
लेकिन हर दिन कोई मुझे मौत दे रहा है .
फिर भी जिए जा रहा हूँ जैसे कोई गुनाह किये जा रहा हूँ .
रोज अपना माथम मना रहा हूँ
आज तो अपना जन्मदिन मना लूं
ख़ुशी का एक बूँद पी लूं
 जी भर के आज तो  जी लूं
और तुझे शुक्रिया अदा करलूं
क्यों की तू ने मुझे सिर्फ ज़िन्दगी ही नहीं उसके हर पल में उनके यादों का अनमोल तोफा  दिया है....

Sunday, June 6, 2010

హృదయం

విరహపు విహారం ,
కదలదు ఈ కాలం ,
ఎడబాటులో నీ స్నేహం ,
పొందక తీరదు ఈ దాహం....

నా హృదయం లో  నువ్వున్నావా అని సందేహించినప్పుడు
స్వాసై  ప్రతి క్షణం సమాధానం ఇస్తావు  ...
అదే శ్వాసను బంధించాలనుకున్నప్పుడు ,
మాయమయి చేతి రేఖలలో
దురదృష్టాన్ని మిగిల్చి చూపుతున్నావు ...

గుండెలో గూడు కట్టుకున్న గుట్టునెలా చెప్పను ?
చీకటిల కమ్ముకున్న చింతలనేల   చూపను ?
తలచినప్పుడల్లా తడిమి తడిమి చూస్తా ,
చెంత నువ్వు  లేక  చెమ్మగిల్లి పోతా .
ఎటు చూసిన ఎడబాటే ,
గుండె నిండా తడబాటే అందుకే ...,

ఆవేదనల ఆవాహం ,
అశ్రువుల  ప్రవాహం ,
అంతులేని   ఈ భారం,
అదే  నా హృదయపు విషాదం  .....

Written By :Sudhir

Thursday, June 3, 2010

तलाश

नैना मेरे दिया बनके अँधेरी ज़िन्दगी में
उनको ढूँढने लगी है
मीलो तक मिला नहीं उनकी झलक
शायद वोह इतनी दूर थी जितना जमीन से फलक !
मखमली चेहरे पे हम मर मर के जी रहे है,
सोचते है की  जी रहे है या मर रहे है !

उनके यादों का तकिया लेके,
चाहत का चादर ओढ़ कर सोने की कोशिश करते है ,
लेकिन निराशा  की खौफ नींद ना आने देती है...
एक सपना खुशियों के झोके की तरह आया ,
जिसमे मैंने खुद को उनके संग पाया !
लेकिन ये झोका आँखे खुल ते ही
धोका बनके  इतराके गुम होगया   ...

दिल मोम बनके दिया जलाके ढूँढ रहा  है ,
और दिन बा दिन जलके पिगल रहा  है लेकिन,
 फिर भी अकेलापन ज़िन्दगी को निगल रहा है !
फिर से इतना अँधेरा  चागाया है की ,
मेरा साया भी मुझ से छूट गया है.........

Written By:Sudhir

Sunday, May 16, 2010

Echo of my heart

मेरे हर सांस और आहट में वोह शामिल है ,
दिल में उनकी यादों का महफ़िल है !
ज़िन्दगी एक सपने की तरह जिए जा रहा हूँ ,
की अपने अस्तित्व से खुद अजनबी बन गया हूँ !
दिल एक आईना  बनगया जिस में हर वक़्त उनका
चेहरा दिख रहा था ...
उनको भूलने के लिए दिल को चूर कर दिया
फिर भी हर टुकड़े में उनका नूर पाया ...

खुशियों का पता भूल गया और
ग़म के राहों में गुमराह होगया !
अब तो अपने आप में खुद को खोज रहा हूँ
अगर मिल भी गया तो खुद को  शायद तनहा पाउँगा
ऐसे में अपने आप  को  संभालू कैसे ?

अजीब है यह ज़िन्दगी जहा प्यार मेरा दुश्मन बनगया
और दर्द मुझ पे मेहरबान हो गया...
ऐसे में  यह प्यार को टोकु कैसे और इस दर्द को रोकू कैसे ?

Written by :Sudhir

Sunday, May 9, 2010

माँ my wishes to all mothers on mothers day


माँ, माँ,  माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ ,माँ,
ममता का मूरत
देवता का सूरत
प्यार की परछाई बनकर
मंदिर सी गोद में समेट कर
दुनिया की हर रुसवाई  से बचाती है माँ !

बचपन में कहानी सुनाके सुलाती है ,
आसमान में चंदा दिखाकर खिलाती है !
हर जीत को मनाती है
और हार में होसला देती   है !                                                                                                              अखियों में आंसूं आने से पहले अन्दर की
दर्द को पहचान कर अप्नालेती है और
बाहों में लेकर दिलासा देती है !
ज़िन्दगी का महक उसकी  आँचल में है ,
सादगी का मिसाल उसके आँखों में है !
कही अरमानो से हमें जनम देती है ,
 और सारे आरजुओं  को भूल कर ,
हमारे  खुशियों में उसकी खुशिया  पाकर मचल जाती है !
और हमारे  तकलीफ देख कर पिगल जाती है !
दुनिया में बस माँ है जो हमें एहसास दिलाती है की दुनिया में हम सब से बेहतर   है!
और हमारे ज़िन्दगी के हर मोड़ पे दुनिया बनकर साथ देती  है .....

ज़िन्दगी की बरकत
करुणा का फितरत
महब्बत की इबादत
और हम साया बनके अपनी प्यार की छाव में हमें पनाह देती है ......

इसीलिए दुनिया में दो ही शब्द है जिनको पवित्र माना जाता है एक है और दूसरा है माँ ....

 माँ,माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ, माँ माँ,
In memory of my granny I dedicate this poem to all the mothers on the auspious mothers day....
especially to my అమ్మ ....
Written by :Sudhir

Sunday, May 2, 2010

प्यार का पतंग

कोरा कागज़ बनके खोये हुए ऐसे ही पड़ा रहा था ,
तेरे प्यार के धागे बाँध ते ही पतंग बनके उड़ने लगा !
जान के भी अनजान बनके क्यों तेरे सपनो,
खयालो में ढील देता रहा ,
दीवानगी में इतना ऊँचा उड़ गया
की लगाम में लाना मुश्किल हो गया !
चाहके  भी मेरे चाहत के छर्के को
काबू करके संभाल ना सका
अब जहा भी देखू नामुमकिन की दिशायें है .
तेरे प्यार में मेरे दिल का धागा इतना नाज़ुक होगया है की   डरता हूँ आंसूओं की आंधी से टूट के
ज़िन्दगी से तंग आ कर ये पतंग बेचैनी की बारिश में
गीला  हो कर कही गिर ना जाए..........
Written by :Sudhir

Monday, April 26, 2010

विदाई

कल रात देर रात तक जागा रहा ,
जाने कहा था में खोया रहा....
कही सवालों का लहर उठ रहा था मन में ,
जिन में में उलझ रहा था
दिल और दिमाग में उनबन  बढ़ रही थी
और जवाब का तलाश जारी रहा....
माथे पे पसीना और भीनी थी पल्खे
शायद इसिलए नींद ना आ रहा था
खामोश था समा पर मेरे अन्दर  शोर था ,
कॉप उठी साँसे और धडकनों पे जोर था .!
शायद थख गए सवालों के वार से ,
ऐसे में ना जाने कब मीच गयी आँखें,
पल भर के लिए लगा की सब कुछ सिमट गया ,
लेकिन नींद में एक सपना आके लिपट गया ,
ख्वाब में देखा उनका चेहरा
लेकिन दिखा उनपे शादी का सेहरा
शायद मुझ पे था बेरहमी का पेहरा
उनकी जोड़ी इतनी खूबसूरत थी की
मुझे भूल जाना तो  उनके लिए जायज था !
यह सोच कर ग़म से दिल में खून के बदले
आंसूं बहने लगे और आँखे उन्हें
आखरी बार देखने के लिए तरस के सूख गए थे !
उनकी विदाई ले रही थी मेरी जान की कही से माँ की आवाज़
आई और मेरी नींद  जागी !
तब मुझे एहसास हुआ की एक दिन का  सपना अगर मेरा हाल ऐसा करेगा
तोह हर दिन का हकीकत कैसे मुझ पे  वार करेगा और मेरी ज़िन्दगी दुष्वार करेगा?
दुआ करता हूँ की ऐसा सपना फिर ना आये 
अगर आना तय है तोह अछा है ज़िन्दगी भर मुझे नींद ना आये .!..........
Written by Sudhir.

Thursday, April 22, 2010

दर्द

आँखों में उनकी ही नमी है ,
मेरी ज़िन्दगी के हर पल में उनकी कमी है !
ऐसे बेकदर मोहब्बत से सिर्फ मुझे क्यों सजा दे रहे हो ?
चाहत जगाना ही था तोह दोनों तरफ जगाना था ...
कभी कभी ख़याल आता है की,
उन्हें मुझ से प्यार होता और में नज़र अंदाज़ करता
तब जाके मेरे दर्द का कम से कम एक कतरे का एहसास उन्हें होता
पर कैसे उनका बुरा में चाहू और मेरा ग़म उन्हें बांटू ?
वफ़ा के बदले वफ़ा ही मिले ,
ऐसा दर्द भरी सजा तो दुनिया  में किसी  को  ना मिले .....
Written by: sudhir

Saturday, April 17, 2010

Adorable beauty

పసిడి క్రాంతి తో నిండిన పగలు,
వెండి వెలుతురు తో నిండిన వెన్నెల కలిపిన   
తేజస్సు గల సన్నజాజి  నా సఖియా .
తనను తాకిన నీటి బిందువును సైతం                  
ముత్యమంత అందంగా కనిపించేలా చేసే మృదు స్వభావం,
కవ్వింపు కు  అర్థం తెలిపే చిరునామా తన కనులు ,
కారు మబ్బులను సైతం కనిపించకుండా కమ్మివేసే అందమైన  కురులు ,
కాలాన్ని సైతం కరిగించి కనుమరుగై పోయేలా చేసే
మధురమైన మాటలు వాటిలో ఎక్కడ  దొరకని ఆత్మీయత ,
తన చిరునవ్వు చూస్తే చింతలన్ని కూడా  సంతోషం తో చిందులేస్తాయి .
తను హంసలా హుందాగా నడిచి వస్తుంటే
హరివిల్లు విరిసి అందాన్ని వేదజల్లుతూ ,
సిరిమువ్వల సవ్వడి తో సందడి చేస్తున్నట్టు గుండెల్లో అలజడి
మొదలవుతుంది , కాని తన అడుగులు ,పయనం నా వైపు  
కాదని అనిపించగానే క్షణం లో అంతా కలై కన్నీళ్ళలో కరిగి జారిపోతుంది....
Written by :- Sudhir

Saturday, April 10, 2010

जाने क्यों

जाने क्यों खुद से खफा खफा रहता हूँ ,
भरी महफ़िल से जुदा जुदा रहता हूँ !
अब तो लगता है आदत सी होगई
आप कि यादो में खो जाना ,
कि भीढ़ से ज्यादा सूनापन हमे भाति है !
आप के ख्वाबो खयालो से दिल में ऐसी
लहर उठती है जैसे बस पल भर के लिए सागर किनारे को साहिल टकराके भीगने कि ख़ुशी का एहसास होने से पहले भीना सूना छोड़ जाती है !
शायद इसलिए खुशियों के कलियों के महक से ज्यादा गम के गलियों से गुजरना अच्छा लगता है !
क्यों कि खुशिया हसी के साथ कम हो जाती है , लेकिन ग़म दिल कि गहराईयों में बस के हमसफ़र बनके
उनके एहमियत का मीठा एहसास हमेशा देती है !
अब तो जिंदगी में एक आस के सिवा कुछ ना बचा कि ,
इन अँधेरी राहों में कभी ना कभी चांदनी के रौशनी से भरी एक दिशा दिख जाए जो उन्हें हमारी मंजिल बना दे !।
Written by: Sudhir

Wednesday, March 31, 2010

Hyderabad old city conflicts

तबाही, तबाही, तबाही
इंसानियत के सीने पे तबाही ,
भायिचारी का मिसाल और पता था जहा ,
जाने किस बात की लड़ाई है वहा ?
दहशत का यह माहोल ,
और लाचारी है हर जगह !
जाने किस बात की लड़ाई है वहा ?
हर त्यौहार और ईद के मौके सदियों से मिलके है मनाये ,किसी में  है दम जो इन खुशियों को मिटादे ?                                     
कौम हो कोई भी ,मज़हब  चाहे जो भी हो
सभी एकता का महत्त्व सिखाते है !                              
कैसे बिछड़ गए किसी के जुदा करने के साजिश  से
क्या अपने उसूल इतने  कमजोर है की पल भर में
प्यार से खफा हो जाए और अपने ही भाईयों से बिछड़  जाए ?
अब तो  रूठे पल को रुक्सत करदो
और खुशहाली को गले लगालो!
और दुनिया को बतादो की हम हिन्दू मुसलमान से पहले हिंदुस्थानी है !


शायद दुनिया भूल गयी है की  हर हिन्दू  जब इस शहर को गर्व से हैदराबाद  बुलाता  है तब उसके मन में ये सोच या ख़याल ही नहीं आता है की हैदर   एक मुसल मान का नाम है ,वो तो इस शहर के  खुशहाली आबाद होने  के दुआ  देते हुए  हैदराबाद कहता   है ,चाहे क्यों ना  वो मुसलमान का नाम हो इसीलिए यह शहर भाग्यनगर से ज्यादा हैदराबाद के नाम से मशहूर और जाना जाता है !
यही सबूत है यहाँ की एकता कि  ,अब समय है  उनको यह साबित करके  दिखलाने की , की हम  एक थे एक है और हमेशा एक रहेंगे जय हिंद !

Written By :SUDHIR

Friday, February 26, 2010

beautyful day.



सूरज चंदा का नूर ,महकी हवाओं का सुरूर
झील झरनों का गुरूर
सब तुम्हारे खूबसूरती के सामने फिसूल है !

तारों के गहनों से सज कर ,बहारों का आँचल ओढ़ कर ,
जब तुम निकलो तो ऊंचे पहाड़ भी तुम्हारे आगे झुख जाए ...
ज़ालिम दुनिया की बुरी नज़रों के डर से हमें यूं ना तडपाओ
बस अपनी चाँद से चेहरे पे काले बादल का कजरा लगालो !

प्यासी दिल की गहराईयों में चाहत तेरी ऐसी बसी है ,
ऐसा लगता है जैसे तेरे बिना ज़िन्दगी मेरी बस कमियों से भरी है !
तेरी चाहत में बस जीए जा रहे है यह बेजान सी अधूरी ज़िन्दगी !
पर दुआ करता हूँ की तुम जहा भी रहो ऐसे ही ख़ुशी से मुस्कुराती रहो
और मेरे दिल की और इस कुदरत की रौनक बढ़ाती रहो!

Written By :- Sudhir

Sunday, February 14, 2010

valentines day wishes


పసి పాప నోటి నుండి తోలి పసిడి పలుకులు వినడానికి
పరితపించే తల్లి యొక్క ఆశ కన్నా ,
అమ్మాయి చేతి పైన వేసిన గోరింటాకు పండాలని
ఎదురు చూస్తూ పడే ఆత్రుత కన్నా ,
ఆ భగవంతుడి అనుగ్రహం పొందాలని అంతర్లీనమయి
ఆదమరిచే ఆరాధనా కన్నా,
ఆత్మీయుల పై అభిమానం,అమ్మ ప్రేమ ఆప్యాయత కన్నా,
అంబరాన కారుమబ్బులనుండి జాలువారే నీటి చినుకు కన్నా
స్వచ్చంగా ప్రేమించే వాళ్ళందరికీ ప్రేమికుల రోజు శుభాకాంక్షలు ......
Valentines Day wishes to all true lovers....
Wishes from:-Sudhir

Sunday, January 10, 2010

Mother tongue

This is perhaps the first and indeed biggest joke of the year, just read the telugu wishes in the pic i have posted this was captured by me on 08/01/10 this was found in front of a gate of chemical industry thru which many employees passed daily but it seems no one found out mistake or no one cared about .... this is the best example how people make blunders with the language, and how meanings change with the mistakes in writing ...,
Its a shame and insult to the language... which is said to be our mother tongue
Is it now treated as desha bhaashalandu telugu lessa or (less aaa ) ?...

Sunday, January 3, 2010

key for sucess

Its time to make a Aim
Its a time to make a move,

Believe in your will

and work hard till it get to you...



If life is dream then make it true

if life is goal then get it through.

Success should be mean for you,

at at any cost it be for you .



Beauty and fragrance lies in bud,

they come out when it grows into flower.

taste of life is in your hands ,

it gives you taste when you get success.



Success gives you pleasant,glorious feel& it will enhance you as a complete human being.



wish you a successful new year 2010.......



Written by:Sudhir

भारत




हम बड़े खुश नसीब हैं की हमने इस धरती पर जन्म लिया है ,
हम बड़े खुश नसीब हैं की हमने इस धरती पर जन्म लिया I
क्यों की हम गर्व के साथ कह सकते है की भारत देश हमारा है I

खूबसूरती इसकी खुद्रती अदा है जो इसने हरी खेतो से पायी है
शीतल हवाएं यहाँ शांती का सन्देश देती, गुमसुम गुमसुम गीत गाये I
निर्मल नदियाँ पुण्य देते सब को मुक्ति प्रधान करे I

मासूम लोग है मन के सच्चे भारत के है ये प्यारे बच्चे ,
इसके लाडले है वीर जवान जो बचाते है इसकी शान,
क्षमा एकता इसकी विशेषताए जो है सारे दुनिया को भायें !

जाओ पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण सुन्दरता है इसकी खूभी,
हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई इनके आपस में है भाईचारी
चाहे जो भी मत हो इनका भारत देश है इनको प्यारी !

उढ़ता तिरंगा है इसकी शान भारत देश है मेरी जान
उढ़ता तिरंगा है इसकी शान भारत देश है मेरी जान !

Written by:Sudhir

एहसास




जाने कैसा एहसास है ऐसा ,धुप में बरसे बारिश हो जैसा
तन मन मेरा उड़ता जाए गगन में उड़ते पंची जैसा I

तेरे बारे में जब सोचू देखने तुझ को मेरा जी चाहे
सामने जब तू आजाये पलखे मेरी बस झुक जाए,
तू जो अपनी नजरे झुकादे जिंदगी में मेरे अँधेरा छा जाए
एक मुस्कान तेरी सावन की बरखा ला दे
तेरी एक नज़र मेरे दिल के सौ अरमान जगादे I

प्यार का पहला एहसास तुम हो कैसे तुम को ये समझाऊँ
दिल में मेरे बस एक तुम हो कैसे तुम को ये बतलाऊं ,
दिल की बातें जबान से ना निकले कैसे तुम से इज़हार में करू
एक दिन आये जब तू मेरे साथ हो भगवान् को दिल से यह दुआ करू I........

Written by:Sudhir

DIL











दिल में धड़कन बनकर तुम जीने की मज़ा दे रही हो !

दर्द में पैमाना बनकर तुम पीने का मज़ा दे रही हो !

अँधेरे में शम्मा बनकर तुम उजाले का मज़ा दे रही हो ,

प्यार में इस दीवाने को तुम मोहब्बत का मजा तुम दे रही हो...

Written by:Sudhir

my crush





మనసు పైన మంచు లాగ చల్లగా కురిసే నీ నవ్వు ,
అందమంతా దాచుకొని పూరేక్కల తో మూసుకొని ముసిముసిగా నవ్వుకొనే మొగ్గ లాంటి నీ ముఖము ,
లేడి పిల్ల కళ్ళలోన లేత కలలు చూపుతున్నటున్న నీ అందం, వన్నెలన్ని అద్దుకున్న వెన్నెలంటి అందమైన నీ వలపు
నన్ను నిన్ను మరువ కుండ చేసాయి..........
Written by:Sudhir